नया बिहार का नारा देने वाले पूराने बिहार में ले जा रहे हैं : शहनवाज हुसैन

sahnwaj husain in siwan
सीवान  महाविलय ने ये दो दलो का विलीन होना है। बिहार ही नहीं देश में ऐसा कम ही हुआ होगा जब किसी राज्य के दो प्रमुख दलो के नेता अपनी ही पार्टी को समाप्त करने को आतुर हैं। साईकिल की सवारी करने के चक्कर में खुद का नामो निशान मिटाने पर लालू यादव और नीतीश कुमार तुले हैं और जब विधान सभा चुनाव होगा और भाजपा की बिहार में सरकार बनेगी तब इसके बाद इनके लिए महाप्रलय होगा। ये बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्त शहनवाज हुसैन ने सीवान सांसद ओम प्रकाश यादव के आवास पर कहीं। उन्होंने कहा कि महाविलय के बाद न तो लालू नीतीश कुमार का नाम होगा, न इनकी पार्टी का नाम होगा और निशान होगा। शायद इसी को नामो निशान मिटाना कहते हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी तक नारा दिया गया था नया बिहार नीतीश कुमार के साथ लेकिन अब नीतीश कुमार फिर से पुराने बिहार की ओर ले जा रहे हैं। पटना में होने वाली अमीत शाह की रैली को लेकर श्री हुसैन ने कहा कि रैली बिहार में एक नया अध्याय लिखेगी। सीवान के सभी विधान सभा क्षेत्रो से हजारो कार्यकर्ता पटना पहुंचेंगे और रैली की तैयारी की समीक्षा के लिए ही सीवान आया हुं। बिहार के शिक्षा मंत्री पी के शाही द्वारा केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन नहीं दिये जाने की सवाल पर उन्होंने चूटकी लेते हुए कहा कि बिहार के सीएम और शिक्षा मंत्री ने शिक्षा को स्तरहीन बनाकर रख दिया है। देश ही नहीं विदेशो में भी बिहार की प्रतिभा को शक की नजर से देखा जाएगा। केंद्रीय विद्यालय अच्छे स्तर की शिक्षा देता है और शिक्षा मंत्री चाहते ही नहीं है कि बिहार में अच्छी शिक्षा मिले। वे जमीन दे न दे बिहार की जनता उनकी राजनीतिक जमीन छिन लेगी। इस दौरान सांसद ओम प्रकाश यादव, विधायक व्यासदेव प्रसाद, रामायण मांझी, जीरादेई विधायक पति रामाकांत पाठक, गोरियाकोठी विधायक पुत्र  देवेश कांत सिंह,जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, जितेन्द्र स्वामी, योगेन्द्र सिंह, प्रदीप कुमार रोज, संजय पांडेय सहित कई भाजपा नेता उपस्थित थे।






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