Wednesday, March 25th, 2015

 

नकल की अकल वाया बिहार पॉलटिक्स

Sushant Jha सन् 1996 में पटना हाईकोर्ट ने निर्देश दिया था कि अगर स्कूली परीक्षाओं में नकल की खबरें आई उस जिले का कलक्टर जिम्मेवार होगा ! ऐसे में तमाम कलक्टरों ने अपनी गरदन बचाने के लिए भारी कड़ाई की थी और मुझे याद है कि उस जमाने में नकल वाले बच्चों को पुलिस अपराधी की तरह ले जाती थी और 2000 रुपया देकर ही जमानत मिल पाता था। लालू यादव का वो घनघोर राज थाए वे अजेय लगते थे। बल्कि थे ही। उन्होंने दसवीं की परीक्षा में से अंग्रेजीRead More


अत्यंत पिछड़ी जाति में शामिल होंगे बिहार के तैलिक वैश्य!

वैश्य की यह बिरादरी तुलनात्मक रूप से कमजोर और गरीब है। आर्थिक एवं सामाजिक स्तर पर इस बिरादरी के लोग पिछड़े हुए हैं। हालांकि, कुछ अन्य जातियों की ओर से भी इस तरह की मांग की जाती रही है। लेकिन, आयोग तैलिक वैश्य के दावे की पड़ताल में अधिक दिलचस्पी दिखा रहा है।  ज्ञापन में 1991 की जनगणना का हवाला दिया गया है। इसके मुताबिक वैश्यों में इस बिरादरी की तादाद सबसे अधिक है। सुभाष चन्द्र बिहार सरकार तैलिक वैश्य समुदाय को आरक्षण देने पर विचार कर रही है। इसकेRead More


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