Thursday, March 5th, 2015

 

न फाग का राग न ढोलक की थाप

हाजीपुर : शायद होली का यह नया अवतार है. क्योंकि होली अब पहले जैसी नहीं रही. अब गांवों के चौपालों पर होली गीत नहीं सुनायी पड़ते. हर जगह होली गीत के नाम पर फूहड़ गीत- संगीत प्रसारित किये जाते हैं. और तो और, होली गीतों के नाम पर  बस, कोच, टेंपो, जीप एवं अन्य सवारी वाहन में  बजाये जाने वाले ईल गाने बजाये जाने से महिलाओं को होली के एक सप्ताह पहले से ही आना-जाना मुश्किल हो जाता है. पारंपरिक गीतों को भूल रहे लोग : आज से कुछ वर्षRead More


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