मैट्रिक परीक्षा : उर्दू की परीक्षा में बांट दिया हिंदी का पेपर, कई ने परीक्षा भी दे दी
पूर्णिया। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने सोमवार को होने वाले दसवीं के हिंदी का पहला पेपर कैंसल कर दिया है। घटना की वजह पूर्णिया जिले में एक एग्जाम सेंटर पर गलती से इस प्रश्नपत्र को बांट देना बताया जा रहा है। घटना पूर्णिया के सूर्य नारायण सिंह यादव इंटर कॉलेज में शनिवार को हुई। जानकारी के मुताबिक, कई विद्यार्थी अपना पेपर पूरा करके चले भी गए। बता दें कि राज्य के कई जगहों पर खुलेआम नकल से जुड़ी तस्वीरें सामने आने के बाद नीतीश सरकार की खासी किरकिरी हो रही है। बिहार सरकार ने उन सेंटरों की परीक्षा रद्द कर दी, जहां नकल होने की खबरें आईं। इसके अलावा, नकल कराने वालों की धरपकड़ भी शुरू कराई, लेकिन राज्य में नकल थमने का नाम नहीं ले रहा। पटना हाइकोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाब-तलब किया है।
राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (एजुकेशन) रजनीश कुमार महाजन ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने दूसरी भारतीय भाषा के विकल्प के तौर पर हिंदी चुनी है, उसका पहला पेपर रद्द कर दिया गया है। महाजन के मुताबिक, संस्कृत, अरबी, फारसी और भोजपुरी के पेपर्स अपने तयशुदा शेड्यूल के मुताबिक ही होंगे। महाजन ने भरोसा दिलाया कि वे इस मामले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी करेंगे। महाजन के मुताबिक, राज्य में नकल को रोकने के लिए 620 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा, नकल में शामिल 900 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, जांच भी चल रही है।
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