बदहाली में जेल, 300 कैदियों के साथ अनशन पर आनंद मोहन
बिहार कथा, सहरसा।सहरसा मंडल जेल की समस्याओं के खिलाफ पूर्व सांसद आनंद मोहन 300 से अधिक बंदियों के साथ रविवार से अनिश्चितकाल अनशन पर बैठ गए हैं। बंदियों ने पहले ही मंडल कारा प्रशासन और जिला प्रशासन को पत्र देकर जेल में व्याप्त समस्याओं तथा अराजक स्थिति को लेकर 15 मार्च से अनिश्चितकालीन अनशन पर जाने की चेतावनी दी थी। मांगें पूरी नहीं होने पर बंदियों ने रविवार से अपना अनशन शुरू कर दिया। बंदियों ने जेल प्रशासन को दिए पत्र में शिकायत की है कि जेल में सुविधाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है। न तो शौचालय दुरुस्त हैं और न ही अस्पताल। इसी तरह जेलों के लिए आधुनिक पाकशाला की जो स्कीम बनी है वह भी यहां छह वर्षों से अधूरी पड़ी है। आरोप है कि पाकशाला निर्माण के नाम पर लाखों रुपए का उठाव हो चुका है। इधर, जिलाधिकारी शशिभूषण कुमार ने कहा कि जेल में बंद कैदियों द्वारा अनशन की सूचना मिली है। कुछ बंदियों ने खाना नहीं लिया। उनकी मांग की समीक्षा की जा रही है। अधिकारियों से रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
मंडल कारा में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन सहित बंदियों ने अपने वकील के माध्यम से अधिकारियों और कारा प्रशासन को भेजे पत्र में कहा कि मंडल कारा में 40-42 वर्षों से बिजली वायरिंग नहीं हुआ है। हर हमेशा भयानक हादसे की आशंका बनी रहती है। कारा के अंदर पेयजल की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। ढाई दशक से जल मीनार बेकार पड़े हैं। पीएचईडी के सात कर्मचारी बिना काम के वेतन उठा रहें हैं। करीब 550 बंदियों पर मात्र छह चापाकल हैं। मुलाकात कक्ष आज छह महीना से बन कर तैयार है। दस खिडम्कियां बनाई गई हैं। लेकिन कारा प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण आज भी जंग लगी दो खिड़कियों से काम चलाया जा रहा है। इन खिड़कियों से मुलाकातियों की बंदियों से बड़ी मुश्किल से बात हो पाती है।
इसी तरह कोर्ट हाजत और कैदी वैन की हालत बहुत ही खराब है। एक ही वैन में औरत और मर्द बंदी को कोर्ट ले जाया जाता है। कोर्ट हाजत में न बैठने की व्यवस्था ही ही न शौचालय और ही पेयजल की। मंडल कारा में बंदियों के लिए दूरभाष की व्यवस्था भी नहीं है। कैबिनट की मंजूरी के बाद भी इसे अमल नहीं लाया गया है। संवेदनहीनता का आलम है कि इससे पहले भी बंदी तीन बार अनशन कर चुके हैं। हर बार आश्वासन दिया जाता है लेकिन समस्याएं जस की जस रहतीं हैं। जेल अधीक्षक अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि विभिन्न समस्याओं को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन सहित तीन दर्जन से ऊपर बंदियों ने अनशन पर जाने का आवेदन दिया है। बंदियों के अनशन पर जाने की सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी गई है।
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