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कामसूत्र के देश में मीटू

पुष्यमित्र इस बार मीटू अभियान चल निकला और असर दिखाने लगा है. सवाल कई कथित रूप से समझदार लोगों के दागदार होने का नहीं है. मसला यह है कि लोग अब समझने और सचेत होने लगे हैं कि स्त्रियों के मामले में उनकी हद क्या है. यह अभियान उसी हद को अपने तरीके से परिभाषित कर रहा है. दुखद तथ्य यह है कि भारत जैसे देश में जहां दो हजार साल पहले ही कामसूत्र लिखा चला गया था, वहां यह सब हो रहा है. लोग इतने अनाड़ी हैं कि ठीकRead More


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