bihar lenin

 
 

राजनैतिक हलवाही के खिलाफ बिहार का लेनिन

बाबू जगदेव प्रसाद की  शहादत दिवस पर सुभाष चंद्र कुशवाहा बाबू जगदेव प्रसाद का आज शहादत दिवस है। उनका समय और समाज, दोनों जिन विडंबनाओं से गुजरे हैं और उन्होंने जिस वैचारिकी की नींव आजादी के बीस साल बाद रख दी थी, उनके निहितार्थों में शामिल, जातिवादी उत्पीड़न से आजादी, नहीं मिली है। जो जबरे शोषक हैं, अपराधी हैं, सत्ता उन्हीं के दरवाजे की रेहन है। उन निहितार्थों की मुक्तिकामी चेतना को समझे बिना कोई जगदेव प्रसाद के विचारों और सोच को जातिवादी मुलम्मे से ढंकना चाहेगा या कोई उन्हेंRead More


बिहार लेनिन बाबू जगदेव प्रसाद को जानिये

बिहार लेनिन बाबू जगदेव प्रसाद :5 सितम्बर 1974 शहादत दिवस… चंद्रभूषण सिंह यादव बिहार में एक क्रांतिपुंज ने जन्म लिया जिनसे सामन्तवादियों व मनुवादियो की रूहें कांपने लगी।शहर-शहर सभाओं में यह ललकार गूंजने लगी कि “दस का शासन नब्बे पर,नही चलेगा,नही चलेगा”,सौ में नब्बे शोषित हैं,नब्बे भाग हमारा है”,धन-धरती और राजपाट में नब्बे भाग हमारा है”। कांग्रेसी शासन हैरान हो गया,भिन्न-भिन्न निजी सवर्ण सेनाओं के कान खड़े हो गए।शोषित समाज एकजुट होने लगा। बिहार में यह लगने लगा कि सामन्तवाद व सामन्तवाद की पोषक सत्ता उखड़ जाएगी फिर क्या साम,दाम,Read More


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