नंबरी नोट नहीं गिन पाया दुल्हा, दुल्हन ने कहा-चल हट, फिर जो हुआ….

बिहार कथा. मधुबनी.शादी के लिए गाजे-बाजे के साथ आया दूल्हा जब दिए गए रुपये के नोटों को गिन नहीं सका तो दुल्हन ने कहा-चल भाग यहां से, तुमसे शादी नहीं करूंगी। दुल्हन की ये हिम्मत देखकर बारात के साथ आए युवक ने कहा-मैं करूंगा इस दुल्हन से शादी। शादी में घटी ये वारदात मधुबनी जिले के पंडौल थानाक्षेत्र की है जहां गाजे-बाजे के साथ दूल्हा बारात लेकर शादी करने दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा। उसके बाद धीरे-धीरे शादी में होने वाली सभी रस्में पूरी की जा रही थीं। जयमाले की रस्म के समय दुल्हन की सहेलियों को दूल्हे के अनपढ़ होने का आभास हुअा तो उन्होंने गौर करना शुरू किया। जब दुल्हन की सहेलियों का दूल्हे के अनपढ़ होने का शक यकीन में बदल गया तो उन्होंने सबके सामने दूल्हे से सवाल करना शुरू किया। लेकिन, दूल्हा किसी भी सवाल का सटीक जवाब नहीं दे पा रहा था। दुल्हन ये सब देख-सुन रही थी। इस बीच दूल्हे को सौ-सौ के दस नोट दिए गए जिसे तीन कोशिशों के बाद भी वह नहीं गिन सका।
इतना ही नहीं, दूल्हे से सवाल करने के बाद उसने अपना नाम व गांव का नाम भी गलत बताया। जब उससे जिले का नाम पूछा गया तो फिर उसने गलत बताया। इन सारे सवालों के बाद यह तय हो गया था कि दूल्हा निरक्षर है। इसके बाद दुल्हन ने शादी के मंडप पर ही हिम्मत दिखाई और शादी करने से इनकार कर दिया। यह देखकर बारात में शामिल ब्रह्मोत्तरा गांव के ही एक युवक ने दुल्हन की बुद्धिमत्ता से प्रभावित होकर उससे शादी करने की इच्छा जतायी और अपने पिता से दुल्हन के पिता से बात करने को कहा। युवक के पिता ने शादी का प्रस्ताव दिया और कहा कि मेरे लड़के को लड़की पसंद है, मर्जी हो तो इसी मंडप में शादी कर दें। लड़की वालों ने भी इस प्रस्ताव पर हामी भर दी और दोनों की शादी कर दी गई।





Related News

  • हथुआ में बूथ स्तर पर पहुँचेगा जन सुराज
  • लड़कों में सम्मान के संस्कार से रुकेगा महिलाओं के प्रति अत्याचार : सुनीता साह
  • हथुआ नगर पंचायत में महिलाओं को घर में देंगे रोजगार : सुनीता संजय स्वदेश
  • ‘ नई नियमावली शिक्षकों के साथ धोखा ‘
  • तेली उत्थान समिति की कार्यकारिणी गठित
  • अवतार से अलग हैं गांधी जी के राम : संजय स्वदेश
  • `चुनाव बा, सब लोग मीठ बोली, आोहिमें सही आदमी चुनेकेबा`
  • राशन कार्ड बनवाने के नाम पर लुटी जा रही है जनता : संजय स्वदेश
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com