Wednesday, November 21st, 2018

 

गजब! जिस महिला की हत्या में पति और सास-ससुर को भेजा जेल वो मिली जिंदा

सुपौल| बिहार के सुपौल जिले में एक गजब का मामला सामने आा है. जिस पत्नी की हत्या में पुलिस ने पति और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वो महिला छह माह बाद जिंदा मिली।  मामला सुपौल के बहुचर्चित सोनिया हत्याकांड से जुड़ा हुआ है। सुपौल पुलिस की काली करतूतों की वजह से आम इंसान को भी क्या-क्या दिन देखने पड़ते हैं। एक ओर जहां सीएम से लेकर डीजीपी तक पुलिस को पीपुल्स फ्रेंडली बनाने की नसीहत देते रहते हैं। वहीं जिले की पुलिस है कि अपनीRead More


गोपालगंज में बसपा नेताओं ने संगठन को मजबूत करने पर दिया बल

गोपालगंज. जिले में स्थित अतिथि विश्राम गृह में बसपा नेताओं की बैठक हुई। इसमें यूपी के एमएलसी दिनेश चंद्र, जोन इंचार्ज शंकर महतो, प्रदेश महासचिव नेयाज अहमद व मंडल इंचार्ज राजकुमार राम भी मौजूद थे। बैठक में संगठन को मजबूत करने पर बल दिया गया। साथ ही विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की स्थिति पर समीक्षा की गई। विधानसभा क्षेत्र के बसपा अध्यक्षों ने पंचायत कमेटी का प्रारूप प्रस्तुत किया। बैठक में मनोज रंजन का लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी मनोनीत किया गया। साथ ही मुकेश राय को बरौली विधानसभा का प्रभारी औरRead More


कलेक्टर पति के सरकारी आवास के सामने धरने पर बैठी पत्नी

जमुई। यूपीएससी की परीक्षा में 25वां रैंक लाने वाले धर्मेंद्र कुमार को क्या पता था कि उनका वैवाहिक जीवन इतनी जल्दी तबाही के कगार पर पहुंच जाएगा। धूमधाम से बड़े परिवार में हुई शादी कुल तीन साल ही चल पाई थी कि उनको तलाक के लिए कोर्ट की शरण लेनी पड़ी और खुद उनके खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज हो गया। मामला यहीं तक नहीं रुका। नाराज पत्नी पहले महिला आयोग की शरण में चली गईं, फिर मां के साथ बुधवार की सुबह जमुई स्थित उनके सरकारी आवास पर पहुंचकरRead More


जन सरोकार को सर्वोपरि मानते हैं विनोद नारायण झा

बीरेंद्र यादव से बातचीत सत्ता का केंद्र है सचिवालय। सचिवालय खंड-खंड अखंड है। मुख्य रूप से चार जगहों में बंटा है सचिवालय। पुराना सचिवालय, विकास भवन, सूचना भवन और विश्वैश्वरैया भवन। छोटा-छोटा विभाग अन्य जगहों पर भी है। विश्वैश्वरैया भवन के पुनाईचक वाले हिस्से में है लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का कार्यालय। सामान्य–सा दिखने वाले भवन में किस विभाग का ऑफिस है, यह जानने की इच्छा हुई। गाड़ी खड़ा किया और भवन के अदंर घुस गये। बायीं ओर मुड़ा तो नेमप्लेट दिखा- विनोद नारायण झा। मंत्री, पीएचईडी। नेमप्लेट देखकर ठहरा।Read More


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