Sunday, December 6th, 2020
मुख्यमंत्री का ‘गुस्सा’ विधान सभा की कार्यवाही से ‘डिलीट

वीरेंद्र यादव की पोलिटिकल डायरी राजनीतिक गलियारे में माना जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने बयानों में भाषा की मर्यादा बनाये रखते हैं। संयम से काम लेते हैं। लेकिन पिछले विधान सभा चुनाव के दौरान अपने भाषणों में मुख्यमंत्री ने कई बार भाषा की मर्यादा लांघ दी। गुस्सा भी सातवें आसमान पर दिखा। लेकिन गुस्सा और मर्यादा की सीमा लांघने का आवेग विधान सभा की कार्यवाही तक पहुंच गया। आवेग इतना अमर्यादित और असंसदीय था कि उनके वक्तव्य को सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ा। हालांकि मुख्यमंत्री का गुस्साRead More