जानिए टेंशन के साथ जेल में कैसा रहा गुमशुम लालू का पहला रविवार
रांची। चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को सजा सुनाए जाने के बाद रविवार को पहले दिन जेल में वह हताश-निराश दिखे। कैदियों से कम बातचीत की। लोगों से दूरी बनाकर रखी, कटे-कटे रहे। अपर डिवीजन के कैदियों समेत अन्य कैदियों ने उनसे बातचीत करनी चाही, लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया। लालू को जेल के भीतर काम दिए जाने पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है। उन्हें माली का काम दिया जाना है या कोई और काम, इस पर जेल प्रशासन विचार कर रहा है। लालू की उम्र को ध्यान में रखकर उन्हें काम से मुक्त भी किया जा सकता है। जेल अधीक्षक अशोक चौधरी के अनुसार लालू यादव को क्या काम दिया जाना है, इस संबंध में जेल प्रशासन सोमवार को फैसला कर सकता है।
लालू ने रविवार को दिन का अधिकांश समय अपने सेल में बिताया। वह सुबह के समय कुछ देर अपने सेल के बाहर धूप में बैठकर अखबार पढ़े। इस दौरान उनसे मिलने के लिए कई कैदी पहंुचे। कैदियों ने उनसे बातचीत की कोशिश की। लेकिन, लालू ने बाद में बात करने की बात कही। इसके बाद अपने सेल में चले गए। उन्होंने अपने सेल में ही भोजन किया। दिन में उन्हें अरवा चावल और कद्दू की सब्जी दी गई। साथ में घी डालकर अरहर की दाल भी दी गई। रात के समय रोटी, मटर गोभी और दूध दिया गया। जेल गेट की सामान्य रही स्थिति जेल गेट की स्थिति रविवार को सामान्य रही।
केवल तीन-चार लालू समर्थक जेल गेट के इर्द-गिर्द नजर आए। इसके बावजूद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी। लालू के जेल मे रहने के दौरान हर दिन लालू समर्थकों का जेल गेट के पास तक आना-जाना लगा है। रविवार को मिलने की अनुमति नहीं रहने और प्रशासनिक कार्यालय बंद रहने की वजह से लालू के लिए फल व सब्जियां भी नहीं भेजी गई। इसके बावजूद जेल गेट पर पुलिस फुलप्रूफ चेकिंग के बाद ही जेल गेट से गुजरने दे रही थी। पूछकर ही जेल गेट से आधा किलोमीटर दूरी पर लगी बैरिकेडिंग से गुजरने दिया जा रहा था।
जेल में शनिवारसुबह से ही लालू प्रसाद यादव के चेहरे उतरे हुए थे। वे तनाव में दिख रहे थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान भी वे उदास थे, लेकिन जैसे ही अदालत से सजा का ऐलान हुआ, लालू के हाव-भाव ही बदल गए। सजा सुनने के बाद वे गुमशुम हो गए और जेल के वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल से सीधे अपर डिविजन सेल स्थित अपने कमरे में चले गए। सजा के बिंदु पर उन्होंने किसी से कोई बातचीत नहीं की। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव फैसले आने से पहले गुमशुम थे। उनके चेहरे पर उदासी छाई हुई थी। जेल में लालू किसी से बातचीत नहीं कर रहे थे। शनिवार की सुबह लालू ने हल्का नाश्ता लिया। दोपहर लालू ने खाने से इन्कार कर दिया। देर रात लालू ने एक रोटी, अरहर की दाल और मिक्स वेज सब्जी खाई। इससे पूर्व दिनभर लालू न्यूज चैनल पर ध्यान लगाए हुए थे।
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