Sunday, May 8th, 2016

 

ताड़ी को लेकर भारी कंफ्यूजन

सीटू तिवारी पटना से. ‘हमरा नौकरी ना चाही, रुपया ना चाही, हमको हमरा ताड़ी का बिजनेस चाही.’ यह कहना है 65 साल की भंगिया देवी का. भंगिया देवी के पति की मौत आठ साल पहले हो गई थी. उसके बाद से वो ताड़ी चुआने वाले से ख़रीददकर उसे बेचकर गुजारा कर रही हैं. भंगिया, मोतिहारी से पटना ताड़ी मार्च में हिस्सा लेने आई थीं. वो अपने हाथ पर लगी चोट को दिखाते हुए बताती हैं, ”हमको और कोई काम नहीं आता है. सरकार ताड़ी नहीं बेचने देती तो हमने खेतRead More


सत्ता की हनक में मर्डर!

कुमार अभिषेक.पटना। मदर्स डे पर पूरी दुनिया रविवार को मां की ममता का जश्न मना रही है, लेकिन बिहार में एक मां ऐसी भी है कि जिसकी आंखें बेटे की लाश के आगे सुन्न पड़ गई हैं. गया में मदर्स डे पर सत्ता की हनक ने एक मां से उसकी जिंदगी का सबसे अमूल्य तोहफा छीन लिया. बिलखती मां ने जब जवान बेटे की लाश देखी तब चीख के आगे आंसूओं ने भी बहने से इनकार कर दिया. जुबान से सत्ता के लिए हाय निकली तो कहा, ह्ययह सुशासन कीRead More


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