Tuesday, December 8th, 2015
जब शहाबुद्दीन के कहने पर दो भाइयों को नहलाया गया था तेजाब से!
सिवान का तेजाब हत्याकांड : तेजाब हमले का बदला तेजाब से कुछ इसी तर्ज पर है अपराध क यह दर्दनाक कहानी राजेश कुमार राजू, सिवान। करीब 11 वर्ष पूर्व व्यवसाई चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदाबाबू के दो पुत्रों के अपहरण एवं हत्या से जुडेÞ बहुचर्चित तेजाब कांड में पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन की संलिप्तता पर विशेष अदालत का फैसला बुधवार को आने वाला है। इस मामले में अभियोजन और बचाव की दलीलों को सुनने और गवाहों के परीक्षण-प्रतिपरीक्षण के बाद विशेष अदालत के विशेष न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव ने फैसले के लिएRead More
बार बालाओं के लिए स्वर्ग है सोनपुर मेला, एक दिन में कमाती हैं 5000 रुपए
1100 बार बालाएं व डांसर आईं हैं मेला में,थिएटरों का रिकार्ड टूटा अमिताभ कुमार सिंह. हाजीपुर। एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला इन दिनों अपने थिएटरों और बार बालाओं के डांस के लिए मशहूर हो रहा है। अपने लटके-झटके और डांस से लोगों का मनोरंजन करने वाली बार बालाओं के लिए यह किसी जन्नत से कम नहीं है। बाल बालाओं को यहां डांस करने के लिए प्रति दिन 5 हजार रुपए तक मिल रहे हैं। सोनपुर मेले में इस साल 11 थिएटर कंपनियां आई हैं। इन थिएटरों में विभिन्न प्रदेशोंRead More
निजी क्लीनिक चलाने वाला डॉक्टर लापता, अपहरण की आशंका
सुपौल। जिला मुख्यालय में निजी क्लीनिक चलाने वाले एक शिशु रोग विशेषज्ञ सोमवार दोपहर से लापता हैं. पुलिस को उनका अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस के मुताबिक, डॉ. एम.के. कुमार सोमवार सुबह अपने निजी क्लीनिक से कंपाउंडर के साथ सुपौल स्थित अपने आवास पर चले गए थे और उसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं है. सुपौल थाना प्रभारी रामइकबाल यादव ने मंगलवार को बताया कि उनके क्लीनिक में केमिस्ट शॉप चलाने वाले अभिनव कुमार ने थाने में उनकी गुमशुदगी की सूचना दी. उसके बयान के आधारRead More
अब तो फिल्मों में भी नहीं दिखती है डोली
न दिखती है डोली और न नजर आते हैं कहार शादी हो चुकी है हाइटेक, अब नहीं होता अमराई में कलेवा बड़हरिया/सिवान: बदलते दौर में लोक जीवन से लोक परंपराएं धीर-धीरे लुप्त होती जा रही हैं. इन्हीं लोक परंपराओं में डोली पर सवार होकर दुल्हन के ससुराल जाने की परंपरा भी समाप्त हो चुकी है. नतीजतन शादी-विवाह के इस मौसम में न तो कहीं डोली नजर आती है व न उसे ढोने वाले कहार ही नजर आते है. अलबत्ता डोली की चर्चा अब केवल फिल्मों के गीतों तक ही सीमितRead More