September, 2015
लैंडलाइन की तरह मोबाइल चलाने का जुगाड़
मनीष शांडिल्य पटना से, (बीबीसी हिन्दी डॉट कॉम) बिहार के पश्चिम चंपारण ज़िले का दोन इलाक़ा बाल्मीकि टाइगर रिजर्व का हिस्सा है. थारू आदिवासी बहुल इस इलाक़े की दो पंचायतों के तहत 25 गांव आते हैं. ये गांव यूँ तो दूसरे गांवों की ही तरह हैं, लेकिन जो चीज़ आकर्षित करती है वो है घरों में लगे ऊँचे एंटीने. ये गांव हिमालय की शिवालिक पर्वत शृंखला के सोमेश्वर पहाड़ों के बीच बसे हैं. इन गांवों में बांस पर एक तय ऊंचाई पर लगे एंटीना के ज़रिए ही मोबाइल नेटवर्क मिलता है.Read More
जो पड़ गइल तोर वोट : महिलाओं के हाथ सत्ता की डोर
सीटू तिवारी पटना से, (बीबीसी हिंदी डॉटकॉम) बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महिलाएं क्या सोचती हैं? उनका मूड क्या है और वे किस तरह नतीजों को प्रभावित करेंगी? मैंने इस मुद्दे की पड़ताल करने की कोशिश की. निर्मला देवी कहती हैं, “पिछली बार नीतीश ने अच्छा काम किया था, तो मैंने उन्हें वोट दिया था. इस बार सोचेंगे. दो पार्टियों के बीच फ़ैसला करना है. गांव-समाज बैठेगा, तब फैसला होगा. और पूरे देस (बिहार) में यही होगा.” निर्मला देवी ने जब मुझसे यह कहा तो उनका चेहरा एक पहेली की तरहRead More
मनमोहन सरकार ने बिहार को दी थी दो लाख करोड़ रुपए की विशेष सहायता
पटना। कांग्रेस ने दावा किया कि मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली केंद्र की पिछली संप्रग सरकार ने बिहार में विकास के लिए दो लाख करोड़ रूपए की सहायता दी थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा, मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार ने अपने कार्यकाल में बिहार के विकास के लिए दो लाख करोड़ रुपए दिए थे। छह बिजली परियोजनाओं, राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत गांवों में बनाई गई सड़कों के जरिए इस धनराशि का लाभ दिया गया। चौधरी ने कहा किRead More
जदयू को क्यों है एक दारोगा का इंतज़ार
मनीष शांडिल्यपटना से, बीबीसी हिन्दी डॉट कॉम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक सीट को छोड़ महागठबंधन के 242 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी. जिस एक विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई वह नालंदा ज़िले की राजगीर सीट है. नीतीश के गृह ज़िले की यह सीट गठबंधन के तहत जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के खाते में गई है. यह सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गढ़ मानी जाती है और यहां उसे चुनौती देने के लिए जदयू को एक लोकप्रिय चेहरे कीRead More
नरसंहारों ने बदला मध्य बिहार का राजनीतिक चरित्र
नवल किशोर खून का बदला खून। कभी यही नारा गूंजता था मध्य बिहार के उन इलाकों में जहां नरसंहारों का लंबा दौर चला। आज स्थिति बदल चुकी है। लोग खून का बदला खून नहीं बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से खुद पर हुए जुल्मो-सितम का बदला ले रहे हैं। हालांकि इसका एक पक्ष यह भी है कि रणवीर सेना के अभ्युदय ने जहां एक ओर सभी सवर्णों को एकजुट कर दिया, वहीं बहुसंख्यक दलित और पिछड़े विभिन्न पार्टियों में बंट गये। इसका असर राजनीति पर पड़ा है। वहीं आंशिक तौर पर यह बातRead More
क्या सीमांचल में लालू की ताकत बनेगी महागठबंधन के लिए खतरा?
पटना। एम-वाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण के बूते बिहार में लंबे समय तक सत्तारूढ़ रहे लालू प्रसाद यादव के लिए अब एमवाई का दांव उल्टा पड़ सकता है। महागठबंधन से समाजवादी पार्टी के अलग होने के बाद तीसरे मोर्च के रूप में नए विकल्प से महागठबंधन को ही अधिक नुकसान की आशंका है और इसमें तीसरे मोर्चे में शामिल जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव और पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अहम भूमिका निभा सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से सीटोंRead More
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में 4 महिलाओं की मौत
दरभंगा| बिहार के दरभंगा स्थित दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) में शुक्रवार को मेडिसीन विभाग के आईसीयू में कथित रूप से ऑक्सीजन पाइप लाइन के ठप्प हो जाने के कारण 45 मिनट के दौरान 4 मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. अस्पताल प्रशासन हालांकि यह भी कह रहा है कि इन मरीजों की हालत पहले से ही अत्यंत गंभीर थी. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, अस्पताल में करीब 45 मिनट तक ऑक्सीजन पाइप लाइन में गैस आपूर्ति ठप्प रही. ऑक्सीजन के अभावRead More
में NDA-महागठबंधन में कांटे की टक्कर, नीतीश सबसे पॉप्युलरः सर्वे
नई दिल्ली. बिहार विधानसभा चुनाव पर कराए गए एक और सर्वे में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान जाहिर किया गया है। सी-वोटर और टाइम्स नाउ के इस सर्वे के मुताबिक बीजेपी की अगुआई वाला एनडीए नीतीश के नेतृत्व वाले महागठबंधन से आगे निकल सकता है, लेकिन सीटों का अंतर मामूली ही रहेगा।सर्वे में 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को 117 सीटें, महागठबंधन को 112 और अन्य को 14 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। सर्वे में मुख्यमंत्री पद के लिए लोकप्रियता के मामले में नीतीशRead More
जाति को ध्यान में रखकर बंटा है टिकट
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार चुनावों में भले ही जाति की बातें करने से बच रहे हों और विकास पर चर्चा कर रहे हों लेकिन टिकट बंटवारे में लगता है कि जातीय समीकरण को ही मुख्य रूप से ध्यान में रखा गया है। भाजपा नीत राजग ने अभी तक घोषित 214 उम्मीदवारों में से जहां 86 सीट ऊंची जाति के उम्मीदवारों को दी है, वहीं महागठबंधन ने 63 सीट केवल यादवों को दी है, क्योंकि उनका प्रयास है कि राज्य में सर्वाधिक संख्या वाली जातिRead More
महागठबंधन : 14% मुस्लिम, 55% OBC, 16% सामान्य उम्मीदवार, पढिए पूरी सूची
महागंठबंधन ने जाति के अनुपात में बांटे टिकट, पर यादवों को मिले सबसे ज्यादा , पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागंठबंधन ने आज अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया. महागंठबंधन ने टिकट बांटने में जातीय समुदाय के प्रतिशत का ख्याल रखा. प्राथमिक तौर पर सीट बंटवारे का सीधा गणित यही दिखता है कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी टिकट पर दावेदारी. महागंठबंधन के नेता नीतीश कुमार ने सीटों का एलान करते हुए कहा कि हमने सामान्य वर्ग को 16 प्रतिशत, पिछडी जाति को 55 प्रतिशत, एससी-एसटी को 16Read More